THE 2-MINUTE RULE FOR BEST HINDI STORY

The 2-Minute Rule for best hindi story

The 2-Minute Rule for best hindi story

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As a result of vivid storytelling and meticulous analysis, Rahul Sankrityayan weaves alongside one another a tale of Indian history, mythology, and philosophy. The novel explores the themes of social change, cultural continuity, as well as cyclical character of lifetime. This Hindi fiction guide is celebrated for its literary richness, historic depth, as well as author’s capacity to present advanced Tips within an accessible manner.

सब को डरा कर वाह अपने को गली का सेट समझने लगा था। उसके झुंड में एक छोटा सा शेरू नाम का डॉगी भी था।

बहुत पहले की बात है, खासी जन समूह में कानन नाम की एक खूबसूरत लड़की थी। एक बार एक बाघ ने उसे पकड़ लिया और गुफा में ले गया। जब भूखे बाघ ने लड़की को देखा, तो उसने महसूस किया कि वह लड़की उसकी भूख को संतुष्ट करने के लिए बहुत छोटी है। इसलिए उसने उसे बड़े होने तक कुछ समय के लिए रखने का फैसला किया।

आम के पेड़ पर एक सुरीली नाम की चिड़िया रहती थी। उसने खूब सुंदर घोंसला बनाया हुआ था। जिसमें उसके छोटे-छोटे बच्चे साथ में रहते थे। वह बच्चे अभी उड़ना नहीं जानते थे, इसीलिए सुरीली उन सभी को खाना ला कर खिलाती थी।

मोती से सामान छीनने लगे। गाय ने मोती को संकट में देख उसको बचाने के लिए दौड़ी।

एक दिन चुनमुन ने बच्चों को उड़ना सिखाने के लिए कहा।

Graphic: Courtesy Amazon This can be a assumed-provoking novel prepared by Kamleshwar, a renowned Indian writer. Initially published in Hindi, the novel delves in to the elaborate material of India’s social and political landscape over the tumultuous period of partition in 1947. Kamleshwar weaves a narrative that explores the influence of partition within the life of standard persons and the deep-rooted scars it still left over the nation’s collective psyche.

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश

नैतिक शिक्षा – दोस्त सुख-दुःख के साथी होते है। उनसे प्यार करना चाहिए कोई बात छुपाना नहीं चाहिए।

उस दिन बड़े सवेरे जब श्यामू की नींद खुली तब उसने देखा—घर भर में कुहराम मचा हुआ है। उसकी काकी उमा एक कंबल पर नीचे से ऊपर तक एक कपड़ा ओढ़े हुए भूमि-शयन कर रही हैं, और घर के सब लोग उसे घेरकर बड़े करुण स्वर में विलाप कर रहे हैं। लोग जब उमा को श्मशान सियारामशरण गुप्त

(एक) रज्जब क़साई अपना रोज़गार करके ललितपुर लौट रहा था। साथ में स्त्री थी, और गाँठ में दो सौ-तीन सौ की बड़ी रक़म। मार्ग बीहड़ था, और सुनसान। ललितपुर काफ़ी दूर था, बसेरा कहीं न कहीं लेना ही था; इसलिए उसने मड़पुरा-नामक गाँव में ठहर जाने का निश्चय किया। वृंदावनलाल वर्मा

ऐसा करता देख उन्होंने बच्चों को डांट कर भगाया , और विषधर को अपने साथ ले गए।

दोनों बकरियां घास को खाकर खुश रहती थी।

Graphic: Courtesy Amazon At first posted in 1943, the novel is undoubtedly an epic tale that spans a number of millennia, tracing the cultural and historical evolution of Indian civilisation. The narrative unfolds inside of a number of interconnected stories, subsequent the lives of figures who characterize different epochs, with the Vedic period to the modern era. The title “Volga Se Ganga” symbolically one-way links two important rivers, the Volga in Russia plus the Ganga in India, to focus on the interconnectedness of human civilisations throughout geographical more info boundaries.

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